mundan-sanskar-nimantran-shayari 2025 का बेस्ट कलेक्शन

mundan-sanskar-nimantran-shayari | मुंडन संस्कार का निमंत्रण | दिल को छू जाने वाली निमंत्रण शायरी 1

नन्हे-मुन्ने बालों की पहली छाँव,
खुशियों की छटा बिखेरता आज का ये नव सवेरा।
घर-आँगन में गूंजे हँसी और ममता की सदा,
मुंडन संस्कार है आया, अपनों का प्यार समेटा।

हमारे घर आया है एक नन्हा मेहमान,
जिसके बाल कटेंगे आज, बनेगा वह और भी प्यारा।
इस खुशी में हम आपको दिल से बुलाते हैं,
साथ मिलकर इस पावन अवसर को मनाते हैं।

आमंत्रण का भाव

मुंडन संस्कार वो पहला दिन है, जब बच्चे की मुस्कान में एक नई चमक आती है। बालों की पहली कटाई के साथ जैसे एक नया अध्याय खुलता है, घर में खुशियों का सागर उमड़ पड़ता है। यह दिन सिर्फ एक संस्कार नहीं, बल्कि परिवार और रिश्तों की गहराई को दिखाता है।

हम चाहते हैं कि आप इस खुशी के मौके पर हमारे साथ हों, अपने आशीर्वाद और स्नेह से इस आयोजन को और भी खास बनाएं।

शायरी 2

नन्हे बालों की पहली छाँव में,
छुपा है भगवान का आशीर्वाद।
आपके बिना ये दिन अधूरा रहेगा,
इसलिए कृपा कर आना हमारे साथ।

शायरी 3 

मुंडन संस्कार है खास,
खुशियों का ये उजियारा।
आप आकर बनाओ इस दिन को यादगार,
हमारे घर आना आपका सच्चा सहारा।

शायरी 4 

बचपन की हंसी छोटे-छोटे नन्हे कदमों की वो आवाज़, हर सुबह लाती है एक नई साज़। मुंडन की घड़ी में फूलों सी मुस्कान, तेरे बिना अधूरी सी लगती है ये जान।

शायरी 5 

रंगीन सपने खुशियों से भरा ये पल, जैसे कोई त्योहार, हर खुशी में छुपा है तेरा प्यार। मुंडन की इस खुशी में, सपने सजाएं हम हर बार।

शायरी 6

परिवार की छांव माँ-बाप की दुआएं हैं सबसे प्यारी, उनके बिना ये दुनिया है अधूरी भारी। मुंडन की इस खुशी में, हम सब मिलकर गाएं दुआ सारी।

शायरी 7

नन्हा सा तारा एक नन्हा सा तारा ज़मीन पर उतर आया, माँ की ममता में खुदा का नूर समाया। मुंडन की इस रौशनी में बस एक ही आस है, तेरी मौजूदगी से ही ये पल खास है।

शायरी 8 

घर का उजाला जिस घर में गूंजे नन्ही किलकारियाँ, वहीं बसती हैं सच्ची त्यौहार की तैयारियाँ। मुंडन के इस पावन दिन पर आओ, अपनी दुआओं से आंगन महकाओ।

शायरी 9

रिश्तों का रंग रिश्तों में जब घुल जाए मिठास की बूँद, हर अवसर बन जाए एक अनमोल जश्न। मुंडन की इस घड़ी में, हम बस यही चाहते हैं, तुम आओ, और ये पल हमेशा के लिए यादगार बने।

शायरी 10

दुआओं की छाया नन्हे सिर पर जब उँगलियाँ घूमें बुजुर्गों की, लगता है जैसे खुद खुदा ने दी हो छाँव। मुंडन का ये अवसर है बेहद खास, तुम आकर इसे बनाओ और भी पास।

पूरी तरह से प्राकृतिक, भावपूर्ण शायरी का एक उदाहरण

नन्हे बालों की नमी में,
छिपा है घर का सुकून।
मुंडन के इस पर्व पर,
आपके आशीष की है जरूरत बहुत।

साथ आएं और हमारे संग,
खुशियों के इस त्योहार को मनाएं।
अपने आशीर्वाद से नवाजें बच्चे को,
जिसके लिए हम सब मिलकर दुआएं गाएं।

निष्कर्ष

मुंडन संस्कार जीवन का एक पावन और खुशी से भरा अवसर होता है, जिसमें परिवार और रिश्तेदारों का साथ बेहद खास होता है। इस शुभ मौके को यादगार बनाने के लिए सही शायरी और निमंत्रण पत्र का होना जरूरी है, जो भावनाओं को शब्दों में बखूबी व्यक्त कर सके।

यह 2025 का विशेष मुंडन संस्कार निमंत्रण शायरी कलेक्शन आपके लिए एक प्रेरणा है, जिससे आप अपने प्रियजनों को दिल से बुला सकते हैं और इस खुशी के मौके को और भी खास बना सकते हैं।

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